आगरा। दिल्ली में हाल ही में हुए बम धमाके के बाद आगरा पुलिस ने शहर के मिश्रित आबादी वाले इलाकों में सुरक्षा सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस ने मस्जिदों के इमामों को निर्देश दिए हैं कि जो लोग उनके यहां रह रहे हैं, उनके बारे में संबंधित थानों को जानकारी दें।

जमात के सदस्य और कश्मीर से शाल तथा गर्म कपड़े बेचने के लिए आने वाले व्यापारियों को संबंधित जिलों से चरित्र प्रमाण पत्र लेकर आगरा आना होगा। पुलिस ने यह भी कहा है कि जिन्होंने इन लोगों को किराए पर मकान या आवास दिया है, वे इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दें।

आगरा में हर साल बड़ी संख्या में जमात के लोग आते हैं। वे पहले मरकज में ठहरते हैं और फिर शहर की मंटोला और अन्य मस्जिदों में रहकर धर्म संबंधी गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। नवंबर से जनवरी के बीच कश्मीर से आए व्यापारी शहर में शाल और गर्म कपड़े बेचते हैं। दिल्ली धमाके के बाद पूरे देश में अलर्ट जारी किया गया है और जांच एजेंसियां संबंधित मामलों में पूछताछ कर रही हैं।

इस पर आल इंडिया जमीयतुल कुरैश ने विरोध जताया। मंटोला में शुक्रवार को हुई बैठक में जिलाध्यक्ष अदनान कुरैशी ने कहा कि जमात केवल धार्मिक गतिविधियों में शामिल है और इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। बैठक में डॉ. सिराज कुरैशी, मोहम्मद शरीफ कुरैशी और हाजी मंजूर भी मौजूद थे।

आगरा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मस्जिदों में रुकने वाले जमात के सदस्यों की जानकारी संबंधित थानों को देने का निर्देश इमामों को दिया गया है ताकि सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाई जा सके।