लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए जेपीएनआईसी (जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) को लेकर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह केंद्र समाजवादी विचारधारा और जयप्रकाश नारायण के योगदान को समर्पित है, जिसे अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को सौंपने का निर्णय सरकार द्वारा समाजवाद की विरासत को मिटाने का प्रयास है।

अखिलेश यादव ने बताया कि जेपीएनआईसी की स्थापना के समय वे इसके संस्थापक सदस्यों में शामिल थे। उद्घाटन के समय पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस, समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव और मोहन सिंह जैसे दिग्गज मौजूद थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “एलडीए को जेपी का नाम सौंपना उचित नहीं। एलडीए के बनाए बाजार कबूतरखाने जैसे नजर आते हैं।”

भाजपा को घेरा, कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने जेपीएनआईसी जैसे संस्थान को उपेक्षित कर दिया, वे अब बिहार में जयप्रकाश नारायण के नाम पर वोट कैसे मांगेंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि समाजवादी पार्टी इस संस्थान को खरीदने के लिए तैयार है ताकि इसकी मूल भावना को संरक्षित रखा जा सके।

अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है और सुनारों की हत्याएं लगातार हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई आपराधिक घटनाओं में भाजपा से जुड़े लोग भी शामिल हैं।

तेंदुए से भिड़े श्रमिक को सहायता

प्रेस वार्ता के अंत में अखिलेश यादव ने हाल ही में तेंदुए से संघर्ष कर लोगों की जान बचाने वाले एक श्रमिक को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया।