सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान नाम काटने से जुड़े 18,000 शपथपत्रों में से भाजपा सरकार ने एक का भी सही जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को आगे करके चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। अखिलेश ने मांग की कि इस मामले की पूरी जांच हो और डीएम स्पष्ट करें कि मृत्यु प्रमाणपत्र कहां हैं, जो नाम काटते समय लगाए गए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ये प्रमाणपत्र सही हैं तो फिर सफाई देने में इतने साल क्यों लग गए।
मऊ में उपचुनाव की तैयारी, मतदाता सूची में संशोधन का कार्यक्रम जारी
चुनाव आयोग ने मऊ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। यह सीट सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी के सजा पाए जाने के कारण रिक्त हुई थी। आयोग ने मतदाता सूची में संशोधन के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी किया है। मतदाता सूची का प्रारूप 2 सितंबर को प्रकाशित होगा। दावे और आपत्तियां 2 से 17 सितंबर के बीच स्वीकार की जाएंगी और इन पर निर्णय 25 सितंबर तक लिया जाएगा। अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित होगी।