समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिजली संकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार बिजली विभाग को निजी कंपनियों के हवाले करने की तैयारी कर रही है, जिससे आम जनता को महंगे बिलों का बोझ झेलना पड़ेगा।
अखिलेश यादव ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति की स्थिति बदतर होती जा रही है। गांवों और छोटे कस्बों में अघोषित बिजली कटौती आम हो गई है, जिससे खेती-किसानी और रोजमर्रा का जीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय धान की रोपाई का है, लेकिन किसानों को समय पर बिजली नहीं मिल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बिजली विभाग की ज़िम्मेदारी ऐसे व्यक्ति को सौंपी है जिससे विभाग को अपने खास लोगों को सौंपना आसान हो सके।
अखिलेश ने अपनी सरकार के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि समाजवादी शासन में एटा, ललितपुर, कानपुर देहात और पनकी जैसे क्षेत्रों में नए पावर प्लांट स्थापित किए गए थे, लेकिन भाजपा ने पिछले सात वर्षों में बिजली उत्पादन बढ़ाने या वितरण व्यवस्था को सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
सावन पर शुभकामनाएं
पूर्व मुख्यमंत्री ने सावन माह की शुरुआत पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान मंदिरों में रुद्राभिषेक, पूजा-अर्चना और उपासना का विशेष महत्व होता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि श्रद्धा और आस्था के साथ सावन के इस पवित्र समय को मनाएं।