समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में आई बाढ़ को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज से वाराणसी तक हजारों परिवार बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं और प्रशासन की ओर से राहत या बचाव के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के कई ज़िलों में हालात बेहद गंभीर हैं, लेकिन भाजपा सरकार जनहित की बजाय केवल अपने निजी हितों में व्यस्त है।
किसानों की फसलें तबाह, जनता बेहाल
अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हैं और किसानों की खड़ी फसलें जलमग्न होकर बर्बाद हो चुकी हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग हर विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है और स्मार्ट सिटी योजनाओं के नाम पर भारी पैमाने पर धन का दुरुपयोग हुआ है। राजधानी लखनऊ सहित कई शहरों की हालत खस्ता है—सड़कों पर गहरे गड्ढे और जलभराव के कारण आमजन का जीवन संकट में है।
स्मार्ट सिटी में सिर्फ जलभराव मिला—अखिलेश
प्रयागराज का हवाला देते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि वहां 20 हजार करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद लोग जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने वाले भाजपा नेता अब कहां हैं, जो राहत की नाव लेकर जनता तक पहुंचते?
अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि जब नालों में गिरकर लोग जान गंवा रहे हैं, तो सरकार की जवाबदेही कहां है? उन्होंने सरकार से मांग की कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत कार्य तेज किए जाएं और जनता को राहत पहुंचाई जाए।