बरेली। वर्ष 2023 में दो बार हुए तनाव और तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी के तबादले की वजह बने जोगी नवादा क्षेत्र में इस बार अमन और सौहार्द की बयार बह रही है। शुक्रवार की रात जोगी नवादा चौकी पर आयोजित 19वीं बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने सावन के दौरान कांवड़ यात्रा और सितंबर में निकलने वाले बारावफात जुलूस पर आपसी सहमति जता दी। बैठक के अंत में एक-दूसरे को फूल माला पहनाकर मिठाई खिलाई गई और गिले-शिकवे दूर किए गए।
पिछले वर्ष के विवाद से सीखा सबक
बारादरी थाना क्षेत्र के इस संवेदनशील क्षेत्र में पिछले साल बारावफात और कांवड़ यात्रा को लेकर दो बार विवाद हुआ था। इन घटनाओं के बाद न सिर्फ थाना प्रभारी अभिषेक सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबन झेलना पड़ा, बल्कि जिले के एसएसपी का तबादला भी कर दिया गया था।
नई टीम की कोशिशें रंग लाई
वर्तमान एसएसपी अनुराग आर्य ने पदभार संभालने के बाद जोगी नवादा में शांति बहाली को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। कोतवाल अमित पांडेय के नेतृत्व में मौर्य गली में स्थित पीपल के पेड़ की शाखा हटवाई गई, जो हर वर्ष ताजिया निकालने में बाधा बनती थी। इसके बाद उन्होंने सीओ तृतीय के रूप में पंकज श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी, जिन्होंने दोनों समुदायों के बीच संवाद बढ़ाने के लिए 18 बैठकें आयोजित कीं।
राजनीतिक हस्तक्षेप से रही बैठकें दूर
अंतिम बैठक शुक्रवार शाम से शुरू हुई, जिसमें दोनों समुदायों के स्थानीय प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एडीएम सिटी सौरभ दुबे, एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा और एसपी सिटी मानुष पारीक बैठक में मौजूद रहे। चर्चा के बाद जब सहमति बनी तो दोनों पक्षों ने एक-दूसरे से गले मिलकर पुरानी कड़वाहट मिटाई। बैठक से राजनीतिक नेताओं को अलग रखा गया, ताकि बातचीत पूरी तरह स्थानीय स्तर पर हो।
मौलाना तौकीर रजा का ऐतराज
रात करीब 12 बजे, बैठक के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने बयान जारी करते हुए प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह अल्पसंख्यक समुदाय पर दबाव बनाकर नई परंपराएं थोपने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सहमति के बिना कोई निर्णय लिया गया, तो कानूनी रास्ता अपनाया जाएगा।