लखनऊ स्थित उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल कार्यालयों, साथ ही वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय का सीबीआई ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जांच टीमों ने 10 से अधिक फर्जी सावधि जमा रसीद (एफडीआर) और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए।
सूत्रों के अनुसार, रेलवे के टेंडर जीतने के लिए कुछ कंपनियों द्वारा फर्जी एफडीआर और अनुभव प्रमाणपत्र जमा किए गए थे। सीबीआई ने इन सभी दस्तावेजों को कब्जे में लेकर संबंधित बैंकों और विभागों से सत्यापन शुरू कर दिया है।
जांच के बाद जिन कंपनियों और फर्मों ने फर्जीवाड़ा किया है, उनके साथ रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। खासकर वाराणसी के गतिशक्ति प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों के टेंडर में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के पुख्ता सुराग मिले हैं।