लखनऊ। समाजवादी पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकतंत्र में सबसे बड़ा दोष पक्षपातपूर्ण रवैया है, और भाजपा इसी आधार पर नफरत की राजनीति को बढ़ावा देती है। उन्होंने एक बयान जारी कर सीएम योगी आदित्यनाथ के हालिया ‘भूत’ वाले बयान का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि अगले चुनाव में “कुछ लोगों के भूतों को बूथ पर से जनता ही उतार देगी।”
उन्होंने भाजपा सरकार पर किसानों, युवाओं और महिलाओं के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। अखिलेश ने कहा कि बीते नौ वर्षों में विकास और रोजगार के मोर्चे पर कोई उल्लेखनीय काम नहीं हुआ, और जब सरकार अपनी विफलताओं को छिपा नहीं पाती तो संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मर्यादा लांघते हुए लोकतंत्र विरोधी भाषा का इस्तेमाल करने लगते हैं।
सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि अब जनता बदलाव चाहती है और 2027 में प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी।
कांवड़ विवाद पर भाजपा का पलटवार: अखिलेश पर साजिश रचने का आरोप
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा प्रमुख पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें ‘हिंदू विरोधी’ करार दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव द्वारा कांवड़ यात्रा और सनातन परंपराओं को लेकर की गई टिप्पणियाँ उनकी मानसिकता को दर्शाती हैं।
चौधरी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कांवड़ यात्रा के दौरान जो घटनाएं हुई हैं, वे एक योजनाबद्ध साजिश का हिस्सा लगती हैं, जिसके पीछे सपा की सोच हो सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जांच के नतीजे आने से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था के मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा संगठन चुनाव को लेकर तैयार
प्रदेश संगठन के चुनाव को लेकर भूपेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि अब तक 98 में से 70 जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं और बाकी जिलों में भी जल्द ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों के अनुरूप संगठन चुनाव शीघ्र कराए जाएंगे।