शाहजहांपुर जिले के तिलहर थाना क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान छत से गिरकर 50 वर्षीय बसपा नेता सत्यभान की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और उन्हें धक्का देकर छत से गिरा दिया। पुलिस द्वारा मंगलवार रात को सत्यभान के बेटे अभिषेक की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही थी, वह हत्या के प्रयास के मामले में वांछित था।

परिजनों का आरोप:
मृतक के परिजनों ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने रात में घर में घुसकर तोड़फोड़ की और महिलाओं से अभद्रता की। इसके बाद जब सत्यभान ने विरोध किया तो दरोगा ने उन्हें छत से धक्का दे दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान सत्यभान ने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसमें वह आरोप लगा रहे थे कि दरोगा ने उन्हें धक्का दिया। यह वीडियो उनके बेटे अभिषेक ने बनाया था।

मृतक के बेटे ने वीडियो में किए आरोप:
सत्यभान के बेटे अभिषेक ने बताया कि पुलिस ने उनकी मां के साथ गाली-गलौज की और घर के दरवाजे को तोड़ दिया। बाद में छत पर जाकर उनके पिता से मारपीट की और उन्हें धक्का दे दिया, जिससे वह गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में सत्यभान को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

पुलिस की दबिश का कारण:
बसपा नेता सत्यभान का बेटा अभिषेक हत्या के प्रयास के मामले में वांछित था। उसकी गिरफ्तारी के लिए तिलहर थाना पुलिस ने रात में दबिश दी थी, लेकिन इसी दौरान यह हादसा हुआ। पुलिस ने घटनास्थल से जुड़े सबूत जुटाए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

एसपी का बयान:
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने कहा कि पुलिस द्वारा की गई दबिश के दौरान हुई घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों का आक्रोश:
मृतक के परिवार वालों में पुलिस के खिलाफ भारी आक्रोश है और उन्होंने घटना की न्यायपूर्ण जांच की मांग की है। बसपा जिलाध्यक्ष उदय वीर सिंह ने भी आरोपों की निंदा की और कहा कि यह पूरी घटना निंदनीय है।

यह घटना पुलिस की कार्रवाई और उसके मानवीय पहलुओं को लेकर कई सवाल उठाती है, जिनकी जांच अभी जारी है।