शाहजहांपुर के परौर क्षेत्र के एक गांव में शनिवार को हुई हिंसा ने सनसनी फैला दी। एक युवक ने आरोप लगाया है कि प्रधान के पति और उनके साथियों ने उसे और उसके परिवार को पीटा। पीड़ित का कहना है कि रंजिश के चलते उनके पति के साथ मारपीट की गई और उसे अपमानजनक तरीके से पेशाब पिलाने की कोशिश की गई।

युवक की पत्नी ने सोमवार को थाने में तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की मांग की। एसपी ने इस घटना की जांच सीओ जलालाबाद को सौंपी है। हालांकि, पुलिस इस बात से इनकार कर रही है कि पेशाब पिलाया गया।

पीड़ित महिला ने बताया कि 14 नवंबर की सुबह करीब नौ बजे प्रधान के पति ने गांव की गोशाला से गायों को छोड़ा और उन्हें उनके घर की ओर भगा दिया। इस दौरान एक गाय उनके घर में घुस गई, जिससे उनके पति ने प्रधान के पति से नाराजगी जताई। आरोप है कि प्रधान के पति ने इसके जवाब में गाली-गलौज की और कहा कि “हम गायों को खुला रखेंगे, तुम कुछ नहीं कर सकते।”

युवक ने मामले की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1076 पर दर्ज कराई थी। पीआरवी ने मौके पर जाकर विवाद को शांत कराया।

पीड़ित महिला ने बताया कि 15 नवंबर की शाम चार बजे उनके पति खेत में आलू लगा रहे थे, तभी प्रधान का पति कई लोगों के साथ लाठी-डंडों के साथ वहां पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने उनके पति को लाठी-डंडों और लात-घूसों से पीटा। महिला ने कहा कि बचाने पर उनके साथ छेड़खानी की गई और उन्हें जमीन पर पटक दिया गया, जिससे दोनों को गंभीर चोटें आईं। घायल युवक को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।

एसपी राजेश द्विवेदी ने कहा कि घटना की जांच चल रही है। पीआरवी ने मौके पर जाकर वीडियो रिकॉर्ड किया था और मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।