बरेली में कर चोरी से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। सेंट्रल जीएसटी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (SIB) की नोएडा और ग्रेटर नोएडा से आई संयुक्त टीम ने सोमवार को शास्त्री नगर स्थित फैक्टरी संचालक तरुण अग्रवाल और वरुण अग्रवाल के घर पर छापा मारा। जांच के दौरान अधिकारियों को करीब पांच करोड़ रुपये की नकदी मिलने की सूचना है, जिसके बाद आयकर विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
जानकारी के अनुसार, अग्रवाल बंधु परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक सामान और गद्दे बनाने की फैक्टरी चलाते हैं। उनका कारोबार बरेली के अलावा अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, जीएसटी विभाग की टीम लंबे समय से उनकी फर्म के वित्तीय लेन-देन की निगरानी कर रही थी। कागजातों में गड़बड़ी मिलने के बाद ही यह छापेमारी की गई।
जांच टीम ने घर का मुख्य गेट बंद कर सभी वित्तीय अभिलेखों की गहन जांच शुरू कर दी। वहीं, अधिकारियों ने कारोबारी भाइयों से नकदी के स्रोत और संबंधित दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की। बताया जा रहा है कि कारोबारी ने टीम को नकदी के वैध हिसाब और रसीदें प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया है।
छापे की खबर फैलते ही स्थानीय उद्योग जगत में हलचल मच गई। भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश मंत्री अनिल अग्रवाल सहित कई व्यापारी मौके पर पहुंचे और जांच टीम से बातचीत की। अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई पूरी होने के बाद ही आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जीएसटी टीम अब परसाखेड़ा स्थित फैक्टरी में भी जांच के लिए पहुंच सकती है, जहां से कारोबार से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिलने की संभावना है। वहीं, घर के बाहर माल से लदा एक ट्रक खड़ा मिलने से टीम को संदेह है कि फैक्टरी का कुछ स्टॉक घर में भी रखा गया था।
यह कार्रवाई फिलहाल जारी है और जांच एजेंसियां नकदी के स्रोत और संभावित कर चोरी के पहलुओं की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।