गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को हथियाराम मठ परिसर में आयोजित प्रबुद्धजन संवाद संगम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और राज्य में विकास की उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया।

सीएम ने कहा, “जो समाज बंटता है, वह कटता है, एकजुट रहेंगे तो ही अनेकता में शक्ति बनती है। हमें राष्ट्रहित में एकजुट होकर कार्य करना होगा।” उन्होंने त्रेता युग से लेकर आज तक गाजीपुर की आध्यात्मिक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह भूमि संतों, महर्षियों और वीरों की तपोस्थली रही है। बह्मर्षि विश्वामित्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जैसे त्रेता युग में उन्होंने बक्सर में राक्षसों के अंत के लिए अनुसंधान किया था, उसी प्रकार भाजपा सरकार में दंगाइयों और माफियाओं के खात्मे के लिए कार्रवाई हो रही है।

भुड़कुड़ा मठ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस और सपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर द्वारा रचित संविधान में धर्म निरपेक्ष शब्द नहीं था, लेकिन पूर्व की सरकारों ने इसे संविधान में जोड़ा। सीएम ने कहा कि परिवारवाद, जातिवाद, धर्म और भाषा से ऊपर उठकर भविष्य की राजनीतिक लड़ाई के लिए तैयार रहना जरूरी है।

मंच से सीएम ने निषादराज गुह और मतंग ऋषि की शिष्या शबरी का उल्लेख कर दलितों और निषाद समुदाय को भी संबोधित किया। उन्होंने डबल इंजन सरकार के तहत राज्य में विकास की गति और समृद्धि की दिशा पर जोर दिया। योगी ने कहा, “व्यक्ति की तरह धरती की भी अपनी प्रकृति होती है और हमारी सनातन परंपरा उसी प्रकृति और समृद्धि का प्रतीक है। जो लोग भारत की सनातन संस्कृति से जुड़े रहेंगे, वही विकास और सम्मान की राह पर आगे बढ़ेंगे।”

सीएम ने अयोध्या और वहां श्रीराम मंदिर परिसर में कराए गए कार्यों का 11 बार जिक्र किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, प्रभारी मंत्री रविंद्र जयसवाल और भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।