वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शुक्रवार देर रात छात्रों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प हुई। घटना बिड़ला (सी) छात्रावास के बाहर हुई, जहां छात्रों और सुरक्षा कर्मियों के बीच तनाव बढ़ते-बढ़ते हंगामे में बदल गया। हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। तीन थानों की पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।

सूत्रों के अनुसार, देर रात छात्रावास के कुछ छात्र आपस में गाली-गलौच कर रहे थे, जिसे रोकने के लिए सुरक्षा कर्मियों ने हस्तक्षेप किया। सुरक्षा कर्मचारियों की चेतावनी को नजरअंदाज करने पर छात्रों को लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद छात्रों का आक्रोश बढ़ गया और वे करीब 50 की संख्या में चौराहे पर इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे।

प्राक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी छात्रों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन छात्र कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। विवाद बढ़ते-बढ़ते ईंट-पत्थर तक पहुंच गया। अंततः प्राक्टर ने पुलिस फोर्स बुलाई और किसी तरह छात्रों को वापस छात्रावास में लौटाया गया। स्थिति फिलहाल सामान्य है। हालांकि, चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे गायब पाए गए।

सुरक्षा और प्रशासन पर सवाल
बीएचयू परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं और सुरक्षा कर्मियों की पर्याप्त तैनाती होती है। इसके बावजूद परिसर में अशांति की घटनाएं लगातार होती रही हैं। अधिकारियों और छात्रों के बीच संवाद की कमी, अवांछनीय तत्वों की मौजूदगी और आपराधिक प्रवृत्ति वाले छात्रों की अनदेखी के कारण विवाद बड़ा रूप ले लेता है।

बीएचयू प्रशासन ने रात 10 बजे के बाद सभी गेट बंद करने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन खुले गेट के कारण अवांछनीय व्यक्तियों की आवाजाही होती रहती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रशासन और छात्रों के बीच संवाद मजबूत हो और नियम सख्ती से लागू किए जाएं, तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।