मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा के दौरान समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं का निरंतर अपमान किया है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक समय जब स्कूलों में ‘ग’ अक्षर को ‘गणेश’ से जोड़कर पढ़ाया जा रहा था, तब सपा ने आपत्ति जताते हुए इसे ‘गधा’ से जोड़ने की मांग की थी।

सीएम ने कहा कि यह वही पार्टी है जो भगवान गणेश तक के अपमान से नहीं चूकी। उन्होंने पूर्ववर्ती सपा सरकार को जातिवाद, भाई-भतीजावाद, शिक्षक भर्ती में घोटाले और माफिया के बढ़ते प्रभाव के लिए जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में नौकरी और तबादले एक कारोबार बन चुके थे। ट्रांसफर-पोस्टिंग में रिश्वत का बोलबाला था, जबकि अब पारदर्शिता और योग्यता को प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में पुलिस विभाग में 2.16 लाख युवाओं को पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत नौकरी दी गई है, जिस पर कोई उंगली नहीं उठा सकता।

जनसभा में सीएम ने मुरादाबाद के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति को ठुकराकर विकास और ‘संतुष्टिकरण’ का समर्थन किया है। इस मौके पर उन्होंने 1172 करोड़ की 87 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में गरीब बच्चों के लिए 18 अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, जहां श्रमिक वर्ग के और कोविड में माता-पिता खो चुके बच्चों को मुफ्त शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधा मिलेगी।

उन्होंने मुरादाबाद की ब्रास हस्तशिल्प कला का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिन कलाकारों को पहले नजरअंदाज किया गया, आज उन्हें केंद्र सरकार द्वारा पद्म सम्मान से नवाजा जा रहा है। यह नया उत्तर प्रदेश है, जहां प्रतिभा को उसका उचित सम्मान मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि मुरादाबाद में इस समय 5300 युवा उत्तर प्रदेश पुलिस में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, जो युवाओं को अवसर और भविष्य देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अंत में उन्होंने दोहराया कि भाजपा की डबल इंजन सरकार विकास के साथ-साथ गरीब कल्याण और कानून-व्यवस्था को सशक्त करने में जुटी है, और सभी योजनाओं का लाभ पात्रता के आधार पर पारदर्शी तरीके से दिया जा रहा है।