अवैध धर्मांतरण के मामले में आरोपी छांगुर उर्फ जमालुद्दीन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया गया। जांच एजेंसियां छांगुर की गतिविधियों और नेटवर्क को लेकर गहराई से छानबीन कर रही हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छांगुर का नेटवर्क केवल धर्मांतरण तक सीमित नहीं था, बल्कि वह देशविरोधी गतिविधियों में भी संलिप्त था। सूत्रों के अनुसार, उसने देशभर में अवैध गतिविधियों का एक संगठित तंत्र खड़ा किया था, जिसमें तीन हजार से अधिक लोग शामिल थे।
ईडी के अधिकारियों को शक है कि छांगुर के संपर्क कुछ ऐसे संगठनों से भी हो सकते हैं, जो देश में अशांति फैलाने के प्रयासों में लगे हैं। उसकी विदेशों में सक्रियता—जैसे दुबई, सऊदी अरब और तुर्की में उसके संपर्क—जांच एजेंसियों की नजर में हैं। इन अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की कड़ी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसने किसी प्रतिबंधित या संदिग्ध संस्था से जुड़ाव रखा था।
ध्यान देने योग्य है कि छांगुर का नाम देश में सर्वाधिक संख्या में धर्मांतरण कराने वालों में शुमार किया जा चुका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एजेंसियां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए सभी पहलुओं की जांच कर रही हैं।