प्रयागराज (मऊआइमा)। सराय ख्वाजा गांव में शुक्रवार दोपहर कांवड़ यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया। कांवड़ियों का आरोप है कि डीजे के साथ जुलूस निकालते समय उन पर ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों से हमला किया गया। बीच-बचाव करने आई महिलाओं के साथ अभद्रता का भी आरोप है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेते हुए तीन आरोपियों को हिरासत में लिया और कुल 65 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जुलूस के दौरान हुआ विवाद
गांव निवासी महेंद्र कुमार सरोज ने जानकारी दी कि रामकृष्ण सरोज, पुरषोत्तम सिंह, राजेंद्र जायसवाल, अंकित सरोज, शशांक कश्यप, मनीष कश्यप, शुभम प्रजापति, हरिकेश और धीरज सहित अन्य कांवड़िये डीजे के साथ जुलूस निकालते हुए जल भरने जा रहे थे। इसी दौरान धर्मस्थल के पास पहुंचने पर दूसरे समुदाय के लोगों ने कथित तौर पर उन पर हमला कर दिया।
घायलों के साथ अभद्रता का भी आरोप
शिकायत में कहा गया है कि हमलावरों ने ईंट, पत्थर, लाठी, डंडे और तलवारों का इस्तेमाल किया। कई कांवड़िये घायल हुए, वहीं बीच-बचाव करने पहुंचीं महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ और यात्रा में लगे झंडे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
थाने पर प्रदर्शन
घटना के बाद आक्रोशित कांवड़िये और हिंदू संगठनों के सदस्य थाने पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। मौके पर एसीपी फूलपुर पंकज लवनिया सहित पुलिस बल ने पहुंचकर स्थिति को शांत किया।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
महेंद्र सरोज की तहरीर पर मोहम्मद तौसीफ, मोहम्मद दानिश, मोहम्मद तस्लीम, मोहम्मद राजू, मोहम्मद सद्दू, मोहम्मद अबरार, मोहम्मद शहजाद, तुफैल अहमद, मोहम्मद कल्लू, सुहैल अहमद, जीवन, मंजू साईं, मोहम्मद सलमान, डॉक्टर शमशाद (कनकटा) और 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
मुस्लिम पक्ष ने भी रखी अपनी बात
दूसरे पक्ष का कहना है कि जुमे की नमाज के समय डीजे की तेज आवाज को कम करने को कहने पर कहासुनी शुरू हुई थी, जिसके बाद तनाव बढ़ा।
पुलिस का पक्ष
घटना पर बयान देते हुए डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा, “दोनों पक्षों के बीच कहासुनी की जानकारी मिली है। मारपीट की पुष्टि नहीं हुई है। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। गांव में शांति बनी हुई है।”