लखनऊ। फरीदाबाद से डॉक्टर शाहीन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार पर संकट की छाया पड़ गई है। लालबाग स्थित उनके आवास और डालीगंज में पुराने घर पर पुलिस की गतिविधियों ने पूरे इलाके में हलचल पैदा कर दी है।
शाहीन के पिता ने कहा, “मेरी बेटी डॉक्टर है, उसने हमेशा लोगों की सेवा में जीवन बिताया है। मुझे विश्वास नहीं होता कि वह किसी गलत काम में शामिल हो सकती है।” परिवार और मोहल्लेवाले भी इस गिरफ्तारी से हैरान हैं।
डॉक्टर शाहीन मूल रूप से खंदारी बाजार स्थित परिवार के पुराने घर में रहती थीं। उनके परिवार का कहना है कि शाहीन बचपन से ही मेहनती और संवेदनशील थीं। पिता ने बताया कि उनकी बेटी को डॉक्टर बनने की प्रेरणा तब मिली थी जब उनकी मां बीमार थीं और उन्होंने डॉक्टरों की सेवा देखी। पढ़ाई पूरी होने के बाद शाहीन फरीदाबाद में नौकरी करने लगीं और कुछ साल पहले महाराष्ट्र के युवक से शादी कर वहां स्थायी रूप से रहने लगीं।
मोहल्ले के लोग बताते हैं कि शाहीन ने लखनऊ में अपने बचपन और पढ़ाई के साल बिताए, लेकिन नौकरी और शादी के बाद वे सालों से शहर में नहीं रहीं। शाहीन ने दिल्ली में भी कुछ समय तक काम किया।
फरीदाबाद में शाहीन की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों ने मंगलवार सुबह उनके छोटे भाई परवेज के डालीगंज स्थित घर पर छापेमारी की। हालांकि, देर शाम तक किसी गिरफ्तारी या बरामदगी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। परवेज के बारे में परिवार और पड़ोस के लोग बताते हैं कि वह शांत और स्थानीय कारोबार में संलग्न हैं। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई एहतियाती थी और संभावित साक्ष्यों को सुरक्षित करने के लिए की गई।
शाहीन के पिता ने मीडिया से बातचीत में बार-बार अपनी बेटी की बेगुनाही का दावा किया। उन्होंने कहा, “हमारा परिवार कभी किसी विवाद में नहीं रहा। शाहीन ने जीवनभर मेहनत की है और दूसरों की मदद की है। मुझे नहीं लगता कि वह किसी गलत गतिविधि में शामिल हो सकती है। उसे फंसाया जा रहा है।”
पिता की चिंता और दर्द उनकी आवाज में साफ झलक रहा था। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने कई जिंदगियों को बचाया है, और आज उसी पर सवाल उठना उनके लिए बेहद कठिन है।