गाजियाबाद। कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सोमवार दोपहर से दिल्ली-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग को एकतरफा यातायात (वन-वे) कर दिया, जिसके चलते मुरादनगर क्षेत्र में लंबा और भीषण जाम लग गया। हाईवे की एक लेन से केवल कांवड़िए गुजर रहे हैं, जबकि दूसरी लेन पर बाकी वाहनों की आवाजाही हो रही है।
वन-वे व्यवस्था लागू होते ही मनोटा से मोरटा तक करीब 10 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। सामान्यतः 10 मिनट का सफर तय करने में लोगों को 2 से 3 घंटे का समय लग गया। तेज धूप और उमस के बीच जाम में फंसे यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रैफिक पुलिस मौके पर तैनात है और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
एम्बुलेंस और स्कूल बसें भी फंसीं
यातायात बाधित होने का असर आवश्यक सेवाओं पर भी पड़ा। कई एम्बुलेंस, स्कूल बसें और वीआईपी वाहन जाम में फंसे रहे। मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी उमेश शर्मा ने प्रशासन की निर्णय प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि अभी कांवड़ यात्रियों की संख्या बहुत अधिक नहीं है, ऐसे में वन-वे ट्रैफिक लागू करना जल्दबाजी का फैसला साबित हुआ है।
स्कूल खुले, बच्चे परेशान
कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र वन-वे ट्रैफिक लागू कर दिया गया, लेकिन अभी स्कूल व कॉलेज खुले हैं। ऐसे में स्कूल बसें घंटों तक ट्रैफिक में फंसी रहीं और छात्र-छात्राओं को भी दिक्कतें उठानी पड़ीं।
गांवों के रास्तों से निकले लोग
हाईवे पर भयंकर जाम के कारण बड़ी संख्या में लोगों ने वैकल्पिक रास्तों की तलाश शुरू की। कई वाहन चालक ग्रामीण इलाकों से होकर संपर्क मार्गों के जरिये अपने गंतव्य तक पहुंचे। लोगों को गांवों में रास्ता पूछते और भटकते देखा गया।