अवैध धर्मांतरण मामले में आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की सहयोगी नीतू नवीन रोहरा की संपत्तियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में स्थित 13 अचल संपत्तियां, जिनकी कीमत करीब 13.02 करोड़ रुपये है, को जब्त कर लिया। एजेंसी इस मामले में आगे की जांच जारी रखे हुए है।

एटीएस की एफआईआर के आधार पर कार्रवाई
ईडी ने यह केस यूपी एटीएस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू किया था। आरोप है कि छांगुर और उसके सहयोगी गैरकानूनी धर्मांतरण कराने, विदेशी धन के इस्तेमाल और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल थे। एटीएस की जांच में सामने आया था कि बलरामपुर स्थित चांद औलिया दरगाह से एक नेटवर्क बनाकर गरीब और वंचित तबके, खासकर अनुसूचित जातियों और हिंदू धर्म से जुड़े लोगों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता था।

विदेशी कंपनी के जरिए आया पैसा
ईडी की पड़ताल में खुलासा हुआ कि छांगुर और नवीन रोहरा ने एक साजिश के तहत दुबई की कंपनी यूनाइटेड मरीन एफजेडई के बैंक खाते का इस्तेमाल कर अज्ञात व संदिग्ध स्रोतों से धन प्राप्त किया। बाद में 21.08 करोड़ रुपये भारत लाए गए और इन्हें नवीन रोहरा के एनआरई/एनआरओ खातों के जरिए ट्रांसफर किया गया।

पत्नी के नाम खरीदी गईं संपत्तियां
इस रकम से बलरामपुर के उतरौला इलाके में नीतू नवीन रोहरा के नाम पर कई अचल संपत्तियां खरीदी गईं। ईडी पहले ही छांगुर और नवीन रोहरा को गिरफ्तार कर रिमांड पर पूछताछ कर चुकी है। इससे पहले एजेंसी ने बलरामपुर और मुंबई स्थित इनके ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।