फिरोजाबाद के थाना जसराना क्षेत्र के नगला मुरली गांव में बुधवार को एक दुखद घटना घटी, जब 12 वर्षीय छात्र चंचल ने अपनी ननिहाल में फंदे से लटककर जीवन समाप्त कर लिया। बताया जा रहा है कि यह कदम उन्होंने उस समय उठाया जब उनकी नानी उन्हें स्कूल जाने के लिए कह रही थीं।
चंचल के पिता, नरोत्तम सिंह, मूल रूप से एटा के सकटपुर के रहने वाले हैं और वर्तमान में इमलिया, पाढ़म, जसराना में अपने फूफा के घर रहते हैं। चंचल की मां मानवती की 11 साल पहले मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद वह अपनी ननिहाल में रहने लगा था। बुधवार सुबह गुरु नानक जयंती की छुट्टी के बावजूद चंचल का स्कूल खुला हुआ था। नानी ने उसे स्कूल भेजने का प्रयास किया, लेकिन चंचल ने मना कर दिया। इसके बाद वह कमरे में गया और काफी समय तक बाहर नहीं आया। परिवार ने जब अंदर जाकर देखा तो वह छत पर लगे पाइप से साड़ी के फंदे पर लटका हुआ था।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन ने नरोत्तम सिंह को सूचित किया। वहीं, किसी रिश्तेदार ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचित किया। थाना जसराना की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। शुरू में परिवार पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर रहा था, लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया, ताकि मौत का सही कारण पता चल सके।
एसपी देहात अनुज चौधरी ने बताया कि परिजन और ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, बच्चे ने आत्महत्या की है। मौत के सही कारण की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगी।
इस घटना ने परिवार और गांव वालों को सदमा पहुंचाया है और बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है।