उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक शनिवार को अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने 30 बेड के अस्पताल सुनवा सीएचसी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, उन्हें अस्पताल में केवल 4 बेड ही मिले। इसके अलावा, अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध नहीं थीं और साफ-सफाई के मामले में भी गंभीर कमी थी। हर जगह कूड़े के ढेर लगे हुए थे और डॉक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या भी बेहद कम थी। अस्पताल की इस हालत को देखकर स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक खुद हैरान रह गए।
बड़ी बात यह कि सीएचसी के निरीक्षण के दौरान खुद सीएमओ डॉ. सुशील कुमार भी गायब थे. ऐसे में डिप्टी सीएम ने पहले सीएमओ और फिर स्वास्थ्य विभाग के बाकी अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी. डिप्टी सीएम ने इस गैरहाजिरी को गंभीरता से लिया और कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों को जवाब देना होगा.
सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे कर्मचारी
उन्होंने कहा कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है. लेकिन इस अस्पताल की हालत देखकर यही लग रहा है कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ही सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्य प्रणाली में सुधार जरूरी है. यदि ये अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे तो इन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
डिप्टी सीएम ने किया रियलिटी चेक
बता दें कि यूपी के अस्पतालों में आए दिन अव्यवस्था की खबरें आती रहती हैं. इस सुनवा सीएचसी को लेकर भी कई बार खबरें प्रकाशित हो चुकी है. इन्हीं खबरों को ध्यान में रखते हुए डिप्टी सीएम ने खुद रियलिटी चेक करने का निर्णय लिया. इस दौरान उन्हें पूरे अस्पताल में गंदगी पसरी हुई मिली. मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टॉफ भी नाम मात्र का मिला. अस्पताल में दवाइयां भी पर्याप्त नहीं थीं. वहीं अस्पताल के कई वार्डों में ताला लगा था. 30 बेड के इस अस्पताल में केवल 4 ही बेड सेवा में मिले. हालात देखकर बिफरे डिप्टी सीएम ने कहा कि अब तो जवाबदेही भी तय होगी और लापरवाही करने वालों पर एक्शन भी होगा.