बिजनौर के हल्दौर क्षेत्र में हुए ढाबा हत्याकांड के मामले में पुलिसकर्मियों की लापरवाही पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। युवक की पीट-पीटकर हत्या और एक फौजी के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के दौरान मौके पर मौजूद रहने और समय पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में हल्दौर थाना प्रभारी महेंद्र पाल और डायल 112 की गाड़ी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
सीओ सिटी की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि पुलिसकर्मी घटना स्थल पर मौजूद थे, लेकिन हमलावरों को रोकने में कोई कार्रवाई नहीं की। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने तीनों कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
यह वही घटना है जिसमें गुरुवार को हल्दौर के पास ढाबे पर खाना खा रहे एक फौजी और उसके दो चचेरे भाइयों पर हमलावरों ने लाठी-डंडों से हमला किया। हमले में एक युवक की मौत हो गई जबकि फौजी गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद स्थानीय लोग गुस्से में आकर बिजनौर-मुरादाबाद स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन कर चुके हैं। परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद हमले को रोका नहीं गया।
जांच रिपोर्ट के बाद एसपी ने स्पष्ट किया है कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।