उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश दो दिन से कमजोर होकर मुख्य रूप से पश्चिमी-तराई क्षेत्रों तक सीमित हो गई है। सोमवार को प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। शनिवार और रविवार को शामली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर समेत कई जगहों पर हल्की बारिश दर्ज हुई। मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार की देर शाम से मानसून फिर से सक्रिय हो जाएगा।
13 से 15 अगस्त के बीच प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों संभागों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र अमौसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया मौसम प्रणाली विकसित हो रही है, जो पूर्वी यूपी में नमी लेकर आएगी और इसके कारण पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला फिर से शुरू होगा।
बाढ़ से फसलों को भारी नुकसान
प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट, बदायूं समेत 20 से अधिक जिले बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं, जबकि कई अन्य जिलों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इन इलाकों में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही जमीन पर उगने वाली लता और बेल वाली सब्जियां जैसे कद्दू, लौकी, तरोई जलभराव के कारण खराब हो गई हैं। प्रयागराज, प्रतापगढ़ और जौनपुर जैसे क्षेत्रों में सफेद तिल, ज्वार, बाजरा और उड़द की फसलें भी तेज बारिश से प्रभावित हुई हैं।