बस्ती जिले में पुलिस ने एक अंतरजनपदीय हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह की मास्टरमाइंड लवी उर्फ लवली सिंह को कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को मुंडेरवा क्षेत्र से गिरफ्तार किया। लवी के निशाने पर जिले के कई रसूखदार व्यापारियों, रंगीन मिजाज नेताओं और ठेकेदार थे।

पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्य पहले सोशल मीडिया या फोन के माध्यम से लक्षित व्यक्तियों के संपर्क में आते और धीरे-धीरे उनसे घनिष्ठता बढ़ाते। इसके बाद उन्हें सुनसान जगह बुलाकर फोटो या वीडियो बनाते और फिर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते। इस रैकेट के तहत लवी ने अब तक तीन लोगों को फंसाया और उनसे लाखों रुपये वसूल किए।

इस गिरोह में लवी के परिवार के सदस्य भी शामिल थे। उसकी बहन सन्नो, पिता फूलचन्द्र और मां भी ब्लैकमेलिंग और धमकाने में सहयोग कर रहे थे। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि लवी और उसके सहयोगियों ने उसके पति से 50 लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो झूठे मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।

कप्तानगंज की एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की। महिला के पति को पहले ही 10 लाख रुपये लिए जा चुके थे। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि गिरफ्तार लवी के पास से डिजिटल साक्ष्य, बैंक लेनदेन के कागजात और वीडियो क्लिप बरामद हुए हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और पूरे रैकेट की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है।

इंस्पेक्टर दिनेश चौधरी ने बताया कि लवी की बातचीत में ऐसी आत्मीयता होती थी कि लक्षित व्यक्ति उसके जाल में आसानी से फंस जाते थे। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सभी दोषियों को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।