बलरामपुर से गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के चार सहयोगियों पर पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में अवैध धर्मांतरण कराने का आरोप है। इन चारों के खिलाफ दो साल पहले आजमगढ़ में भी इस तरह के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की जांच के दौरान इनकी संलिप्तता के ठोस प्रमाण मिलने के बाद एटीएस थाने में दर्ज एफआईआर में इन सभी को नामजद किया गया।
धार्मिक आयोजन की आड़ में हुआ था प्रचार
यह मामला 25 मई 2023 को आजमगढ़ के देवगांव थाना क्षेत्र के चिरकिहिट गांव में सामने आया था, जहां मजारनुमा स्थल पर एक धार्मिक आयोजन के दौरान त्रिशूल स्थापित कर, फूल-माला अर्पित करते हुए कुछ लोग कव्वाली गा रहे थे और भाषणों के माध्यम से इस्लाम धर्म की महत्ता बताकर हिंदू मान्यताओं को पाखंड करार दे रहे थे। पुलिस जांच में सामने आया कि वहां लालच देकर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा था। इस मामले में 18 लोगों को नामजद किया गया था, जिनमें बलरामपुर के मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन, गोंडा के रमजान और अन्य जिलों के कई लोग शामिल थे।
छांगुर तक नहीं पहुंच सकी थी स्थानीय पुलिस
हालांकि प्रारंभिक जांच में स्थानीय पुलिस मुख्य सरगना छांगुर तक नहीं पहुंच सकी थी। लेकिन जब एसटीएफ ने मामले की विस्तृत जांच शुरू की, तो छांगुर के साथ ही बलरामपुर के चारों आरोपियों का नाम सामने आया। इसके बाद नवंबर 2024 में इन सभी को एक बार फिर नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया।
ईडी ने छांगुर के सहयोगी नवीन रोहरा के खातों की जांच की तेज
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छांगुर से जुड़े मनी ट्रेल की जांच तेज कर दी है। ईडी को छांगुर के करीबी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों का विवरण मिल चुका है, जबकि बाकी करीब 18 खातों की जानकारी अभी प्रतीक्षित है। ईडी ने बलरामपुर और आस-पास के जिलों के उप निबंधक कार्यालयों से छांगुर और उसके करीबियों के नाम दर्ज संपत्तियों का पूरा विवरण मांगा है, ताकि आगे की जांच को गति दी जा सके।