सपा-रालोद रैली में जयंत ने भाजपा को लिया आड़े हाथों, कहा- दाढ़ी भी मुंडवानी पड़ी, नाक भी कटवानी पड़ी

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और आरएलडी (Rashtriya Lok Dal) गठबंधन की पहली चुनावी रैली आज मेरठ के दबथुवा से औपचारिक शुभारंभ हो गया. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) और आरएलडी (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह (jayant chaudhary) हेलीकॉप्टर से एक साथ दबथुवा पहुंचे.

जनसभा को संबाेधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार बनेगी तो सबसे पहले मेरठ में किसानों के लिए एक स्मारक हम बनाएंगे.  जिससे शहीद किसानों की कुर्बानी याद रखी जाए. जयंत ने कहा कि योगी औरंगजेब पर बात शुरू करते हैं और अंत में पलायन पर आ जाते हैं. पेपर दिला नहीं पाते. मजबूर होकर नौजवान दूसरे प्रदेश जाकर नौकरी ढूंढते हैं, योगी जी को ये पलायन नहीं दिखता. बाबा जी को गु्स्सा भी बहुत आता है. कभी मु्स्कराते नहीं हैं. 2022 में बाबा जी को इनता फ्री कर देंगे कि गोरखपुर में बछड़ों के साथ खेलें.

जयंत ने कहा कि आज कल राजनीति में एक शब्द का प्रयोग बहुत होता है फायरब्रांड नेता… लेकिन ये फायरब्रांड नहीं हैं. एक साल किसानों का अपमान हुआ लेकिन बीजेपी के किसी भी नेता की एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं हुई. ये फायरब्रांड कैसे हुए. उन्होंने कहा कि किसानों के मामले में बीजेपी को दाढ़ी भी मुंडवानी पड़ी, नाक भी कटवानी पड़ी.

जयंत चौधरी और अखिलेश यादव का हेलिकॉप्टर 1 बजकर 19 मिनट पर दबथुवा पहुंचा. यहां से पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किए जाने के बाद दोनों नेता रैली स्थल के लिए रवाना हुए. ऐसा पहली बार है जब दोनों नेता एक साथ एक मंच पर किसी रैली के लिए पहुंचेऔर एक साथ मंच साझा किया.

रैली स्‍थल पर बनाए गए दो मंच

दबथुवा में रैली स्थल पर दो मंच बनाए गए. एक मंच पर अखिलेश यादव और चौधरी जयंत सिंह ने जनसभा की. इनके साथ दोनों पार्टियों के करीब 50 मुख्य पदाधिकारी मौजूद रहे. दूसरे मंच पर करीब 100 अन्य पदाधिकारी रहे.  रैली के दौरान 36 गांवों के अलग-अलग बिरादरी के लोग चौधरी जयंत सिंह और अखिलेश यादव को मंच पर पगड़ी बांधी.

“जयंत चौधरी के साथ बदलाव की ओर”

अखिलेश यादव ने यूपी के आगामी चुनावों के लिए आरएलडी के साथ सीटों के बंटवारे पर हाल ही में चर्चा की थी. सीटों के बंटवारे पर सहमति बनने के बाद आरएलडी (रालोद) प्रमुख से मुलाकात की थी. उसके बाद जयंत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अखिलेश यादव के साथ फोटो के साथ ट्वीट किया, ‘बढ़ते कदम.’ वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जयंत चौधरी के साथ अपनी फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, “जयंत चौधरी के साथ बदलाव की ओर.” अखिलेश ने अपने बयानों में बार-बार कहा था कि उनकी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन के लिए तैयार है.

अखिलेश बोले- एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो

अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों का हक मिले और एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो। उन्होंने कहा भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है। गठबंधन किसानों को उनका हक दिलाएगा। भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। मान छीना है, भाजपा को जाना होगा। 

अखिलेश ने हवाई जहाज बेच दिये, एयरपोर्ट बेच दिये, रेलवे स्टेशन बेच दिये। हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने का क्या हुआ। आज मोटरसाइकिल चलाना भी भारी हो गया है। भाईचारे को मजबूत करने लिए रालोद-सपा के कार्यकर्ता खड़े हैं। किसानों का बकाया है, किसानों को कहकर जा रहे हैं, चीनी मिल पैसा नहीं दे पा रहे थे। अपने बजट से किसानों को पैसा दिया था। हमारी सरकार बनेगी सरकार भुगतान करेगी, बिजली का बिल आ रहा है तो करंट लग रहा है। बाबा मुख्यमंत्री बिजली कारखाने का नाम नहीं रट पाए हैं। समाजवादी पार्टी व रालोद मिलकर सरकार बनेगी तो गरीब लोगों को बिजली बिल से राहत देंगे।

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