अयोध्या के बाबरी मामले के पूर्व पक्षकार इक़बाल अंसारी ने मंगलवार को बताया कि वे 25 नवंबर को आयोजित होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें समारोह का आमंत्रण मोबाइल फोन पर प्राप्त हुआ है और शहर में कार्यक्रम को लेकर उत्साहपूर्ण माहौल है। अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर लोगों में विशेष उत्सुकता है। उन्होंने यह भी बताया कि 2019 में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देशभर में स्वीकार किया गया था और मुस्लिम समुदाय ने भी निर्णय का सम्मान किया है।
अंसारी ने कहा कि जिन लोगों की आस्था थी, उन्हें मंदिर प्राप्त हुआ है। फैसले के बाद भूमि पूजन हुआ, प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई और अब ध्वजारोहण समारोह हो रहा है, जिसे लेकर अयोध्या के लोग प्रसन्न हैं।
चार घंटे अयोध्या में बिताएंगे प्रधानमंत्री
इससे पहले, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कार्यक्रम की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 25 नवंबर को लगभग चार घंटे अयोध्या में रहेंगे। उनका दौरा सप्त ऋषि मंदिर से शुरू होगा, जहां सातों ऋषियों की पूजा-अर्चना वैदिक मंत्रोच्चार के बीच की जाएगी। इसके बाद प्रधानमंत्री शेषावतार मंदिर पहुंचकर भगवान राम के भाई लक्ष्मण के दर्शन करेंगे।
मिश्र ने बताया कि ध्वज फहराने का शुभ मुहूर्त सुबह 11:58 से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित है। इसी अवधि में प्रधानमंत्री राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज आरोहित करेंगे। समारोह के बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे और मंदिर निर्माण कार्य की पूर्णता की आधिकारिक घोषणा भी करेंगे।