धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किए गए छांगुर और उसकी सहयोगी नसरीन को एटीएस की टीम ने मेडिकल जांच के लिए लखनऊ पहुंचाया, जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दोनों की चिकित्सकीय जांच करवाई गई। दोनों को पांच जुलाई को हिरासत में लिया गया था। मेडिकल के बाद अब इन्हें जेल भेजे जाने की प्रक्रिया की जा रही है।
इस बीच, छांगुर के करीबी अब भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। एटीएस की जांच के दौरान बयान देने वाले हरजीत कश्यप ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उस पर दबाव बना रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इस संबंध में हरजीत की शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह ने बताया कि तीनों नामजद आरोपी छांगुर के करीबी माने जा रहे हैं और फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है। हरजीत का कहना है कि ये लोग उस पर बयान बदलने का दबाव डाल रहे थे और इंकार करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।