मेरठ। गंगानगर के अम्हेड़ा गांव स्थित सवेरा नशा मुक्ति केंद्र में 42 वर्षीय फ़ैमीद की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में नशा मुक्ति केंद्र के संचालक सुनील और उनके साथी अरविंद को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक के भाई ने दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।

जानकारी के अनुसार, फ़ैमीद पनीर की सप्लाई का काम करते थे और नशे के आदी हो गए थे। इसी कारण उन्हें 15 अक्टूबर को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी शाहीन का एक साल पहले कैंसर से निधन हो चुका है और वह अपने चार बेटियों और एक बेटे की देखभाल स्वयं करते थे।

भाई असर चौहान के मुताबिक, 20 अक्टूबर की सुबह उन्हें सूचना मिली कि फ़ैमीद की मौत हो गई है। जब परिवार मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि फ़ैमीद का शरीर मृत अवस्था में था। नशा मुक्ति केंद्र संचालक सुनील और अरविंद ने बताया कि रात में फ़ैमीद बेकाबू हो गया था, जिसके कारण उन्होंने उसके हाथ-पाँव बांध दिए और चेहरे पर कपड़ा डाल दिया ताकि वह शोर न करे। बाद में उसे नजदीकी आसाराम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि 19 अक्टूबर की रात करीब 1 बजे फ़ैमीद को बिस्तर पर लेटाकर चार लोगों ने हाथ-पाँव बांधने के साथ मुंह पर कपड़ा भी ढक दिया। कुछ देर बाद फ़ैमीद में हलचल नहीं होती दिखाई दी। फुटेज में कमरे में सोते हुए लगभग 12 अन्य लोग भी दिख रहे हैं।

गंगानगर थाना पुलिस ने सुनील (शिवलोक कॉलोनी) और अरविंद (सैनी, इंचौली) को गिरफ्तार कर बीएनएस 103(1) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। परिजन का कहना है कि इस हत्या में कुल चार लोग शामिल थे और अभी दो अन्य आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है।

सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सभी सबूतों और गवाहों से पूछताछ की जा रही है।