बुलंदशहर में बिजली संकट लगातार गहराता जा रहा है। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल और बार-बार हो रही कटौती से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है। इसी स्थिति को लेकर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का गुस्सा फूट पड़ा।
विधायक शर्मा ने खुद बिजली विभाग पहुंचकर अधिकारियों के खिलाफ धरना दिया और उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने साफ कहा कि यदि बिजली आपूर्ति में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने चेतावनी दी कि जूनियर इंजीनियर (JE) की हाजिरी को माफ न किया जाए, उनकी उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। विधायक ने कहा कि जनता को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलनी ही चाहिए।
ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बेहद सीमित रह गई है, जहां महज चार से पांच घंटे ही बिजली दी जा रही है। वहीं, शहरी क्षेत्रों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है, जहां 12 से 14 घंटे की ही आपूर्ति हो रही है।
विधायक शर्मा ने आरोप लगाया कि विभाग के कुछ जूनियर इंजीनियर किसानों और आम लोगों से रिश्वत ले रहे हैं, जिससे शोषण की स्थिति बन रही है। उन्होंने राष्ट्रीय किसान कामगार मंच के धरने को समर्थन देते हुए अधिकारियों को अंतिम चेतावनी दी और कहा कि व्यवस्था में बदलाव जरूरी है, अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा।