लखनऊ। महाकुंभ के दौरान माला बेचते हुए सुर्खियों में आईं अभिनेत्री मोनालिसा शुक्रवार को पहली बार लखनऊ पहुंचीं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनका परिवार उनके साथ है और फिल्म में काम कर उन्हें अच्छा अनुभव हुआ। उन्होंने बताया कि शुरू में परिवार ने फिल्मों में काम करने से मना किया था, लेकिन बाद में सब ने उनका समर्थन किया।

शिक्षा और भविष्य की योजनाएँ
मोनालिसा ने कहा कि पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वह पढ़ाई पूरी नहीं कर पाईं, लेकिन भविष्य में यदि परिस्थितियाँ अनुकूल रहीं तो बच्चों के लिए एक स्कूल खोलना उनका सपना है।

फिल्म की शूटिंग और निर्देशक का सहयोग
मोनालिसा की पहली हिंदी फीचर फिल्म ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ की शूटिंग ने उन्हें बेहद उत्साहित किया। उन्होंने बताया कि फिल्म के निर्देशक सनोज मिश्रा उनके लिए पिता समान हैं और उन्होंने उन्हें कठिन हालात से निकालकर फिल्मों तक पहुँचाया।

विकासनगर स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में निर्देशक सनोज मिश्रा और अभिनेता अमित राव (मशहूर अभिनेता राजकुमार राव के भाई) भी मौजूद थे। अभिनेता अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि यह फिल्म एक प्रेम कहानी है जो समाज को झकझोरने वाली होगी।

जेल में लिखी स्क्रिप्ट
निर्देशक सनोज मिश्रा ने साझा किया कि उन्होंने मोनालिसा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाई, लेकिन उनके पार्टनर की साजिश के कारण उन्हें जेल जाना पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट उन्होंने जेल में ही लिखी थी। फिल्म अगले साल फरवरी में रिलीज होगी।