उत्तर प्रदेश के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क ने क्रिकेटर सरफराज खान को टीम इंडिया से बाहर किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खेल में धर्म या जाति का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की खेल विरासत हर धर्म और समुदाय के खिलाड़ियों के योगदान से बनी है, और इसे किसी एक धर्म से जोड़कर नहीं देखा जा सकता।

सांसद बर्क ने कहा, “भारत में हर धर्म और जाति के लोगों ने खेल के माध्यम से देश का नाम रोशन किया है। मुस्लिम समाज ने भी हमेशा देश की शान बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में अगर किसी खिलाड़ी को केवल धर्म के आधार पर नजरअंदाज किया गया हो, तो यह संविधान की भावना के खिलाफ है।”

उन्होंने आगे कहा कि यदि चयन में किसी प्रकार का भेदभाव हुआ है तो वे इस विषय को संसद की खेल समिति में उठाएंगे। “मैं यह जानने का प्रयास करूंगा कि सरफराज खान का नाम क्यों हटाया गया। अगर खिलाड़ी का प्रदर्शन अच्छा है, तो उसे टीम में जगह मिलनी ही चाहिए,” उन्होंने कहा।

सरफराज को टीम से बाहर करने पर निराशा
गौरतलब है कि मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान, जिन्होंने इस वर्ष फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट से अपना डेब्यू किया था, को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो चार दिवसीय मैचों की भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया। सरफराज ने अब तक छह टेस्ट मैच खेले हैं और उनका प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 65 से अधिक है।

चयन समिति के इस फैसले ने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। सोशल मीडिया पर कई पूर्व खिलाड़ी और प्रशंसक इस बात पर निराशा जता रहे हैं कि इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद सरफराज को टीम से बाहर रखा गया।