लखनऊ/अयोध्या – उत्तर प्रदेश ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए बुधवार को ‘पौधरोपण महाअभियान-2025’ के तहत राज्यभर में 37 करोड़ 21 लाख 40 हजार 925 पौधों का रोपण किया। यह संख्या निर्धारित लक्ष्य से करीब 21 लाख अधिक है, जो प्रदेश में हरियाली और पर्यावरण सुधार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महाअभियान का शुभारंभ अयोध्या के रामपुर हलवारा में सरयू नदी के किनारे स्थित त्रिवेणी वाटिका में बरगद, पीपल और नीम के पौधे लगाकर किया। उन्होंने इसे “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की शुरुआत के रूप में चिह्नित करते हुए पौधों को भगवान श्रीराम, धरती माता और जन्मदात्री मां को समर्पित किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने आज़मगढ़ के सठियांव ब्लॉक के केरमा गांव में एक्सप्रेसवे किनारे हरिशंकरी वाटिका की स्थापना की और गोरखपुर के खाद कारखाना परिसर में भी पौधरोपण किया।
आठ वर्षों में 10 गुना वृद्धि
अयोध्या में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश में नर्सरियों में मात्र 5 करोड़ पौधे उपलब्ध थे, जो अब बढ़कर 52 करोड़ तक पहुंच गए हैं। बीते आठ वर्षों में 204 करोड़ पौधे रोपे गए, जिनमें से करीब 75% जीवित हैं। राज्य में इससे वनाच्छादन में 5 लाख एकड़ की वृद्धि दर्ज की गई है और उत्तर प्रदेश देश में इस उपलब्धि के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है।
ग्रीन वेव की ओर कदम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “अब हम हीट वेव से ग्रीन वेव की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।” उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल को मातृभूमि और जननी के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह अभियान भविष्य को सुरक्षित करने का संकल्प है।
इन जिलों में हुआ सर्वाधिक पौधरोपण:
- सोनभद्र – 1,58,88,285 पौधे
- झांसी – 99,51,686 पौधे
- लखीमपुर खीरी – 96,75,100 पौधे
- जालौन – 95,66,224 पौधे
- मीरजापुर – 99,56,290 पौधे