प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस-2025 (प्रारंभिक) परीक्षा रविवार को प्रदेश के 75 जिलों में 1435 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और सख्त निगरानी के बीच आयोजित की गई। इस परीक्षा में कुल 6.26 लाख अभ्यर्थियों ने 200 रिक्त पदों के लिए पंजीकरण कराया है।

परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही है। पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 बजे और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक चलेगी। परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने इस बार एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित हाईटेक निगरानी प्रणाली लागू की है। आयोग अपने कंट्रोल रूम से परीक्षा का निरंतर निरीक्षण कर रहा है।

अमरोहा में 15 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा
अमरोहा जिले में 15 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से परीक्षा शुरू हुई। अभ्यर्थियों को गहन तलाशी के बाद ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। प्रत्येक केंद्र के बाहर पुलिस की कड़ी तैनाती और ट्रैफिक पुलिस द्वारा यातायात नियंत्रण सुनिश्चित किया गया।

मुरादाबाद में 15,192 अभ्यर्थी
मुरादाबाद जिले में 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 15,192 अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं। प्रत्येक केंद्र पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट और एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। साथ ही अतिरिक्त 8 सेक्टर और 9 स्टेटिक मजिस्ट्रेट रिजर्व रखे गए हैं। जिले में नोडल अधिकारी जिलाधिकारी और अपर नोडल अधिकारी एडीएम सिटी हैं।

आगरा में 39 केंद्र, कड़ी जांच और सुरक्षा
आगरा में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 39 केंद्र बनाए गए। लगभग 17,000 अभ्यर्थियों को प्रवेश देने से पहले कड़ी जांच की गई। परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक सत्यापन, रेटिना स्कैन और फिजिकल फ्रिस्किंग सहित तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था लागू रही। इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया। परीक्षा के दौरान दोनों पालियों में सीसीटीवी की निगरानी जारी रहेगी।

सीतापुर और रामपुर में भी तैयारियां पूरी
सीतापुर जिले में 11 केंद्रों पर 4,608 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से शुरू हुई और दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलेगी।
रामपुर जिले में छह केंद्रों पर 2,400 अभ्यर्थियों ने परीक्षा देने के लिए पंजीकरण कराया। यहां भी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा चल रही है।

इस प्रकार प्रदेशभर में यूपीपीएससी की पीसीएस-2025 प्रारंभिक परीक्षा सुरक्षित, अनुशासित और तकनीकी निगरानी के साथ शुरू हुई।