सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार सुबह नौगढ़ पुलिया के पास पुलिस और पशु तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर के पैर में गोली लग गई, जबकि उसके तीन साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। घायल तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके कब्जे से पांच पशुओं से भरा एक पिकअप वाहन, 315 बोर का तमंचा और एक कारतूस बरामद किया।

बिहार का निवासी निकला घायल तस्कर
गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिहार के कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के झरिया गांव निवासी जितेंद्र यादव के रूप में हुई है। उसे पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। सीओ सिटी रणधीर मिश्रा ने बताया कि एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देशन में चल रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम चेकिंग कर रही थी।

सूचना पर की गई घेराबंदी, तस्करों ने की फायरिंग
मुखबिर से सूचना मिली थी कि चार तस्कर घोरावल से रॉबर्ट्सगंज-नौगढ़ मार्ग होते हुए बिहार की ओर पशु ले जा रहे हैं। पुलिस ने दोमुहिया पुलिया के पास नाकाबंदी की, तो तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस की जवाबी गोलीबारी में एक तस्कर घायल हो गया और बाकी तीन मौके से भाग निकले।

पशुओं की तस्करी का नेटवर्क बेनकाब
पूछताछ में जितेंद्र यादव ने खुलासा किया कि यह तस्करी बिहार के कैमूर जिले में बैठे भगवान यादव और बलवंत यादव के निर्देश पर की जाती थी। पकड़े गए पशुओं को बिहार ले जाकर नाटे, मुखिया और हाफिज नामक तस्करों के हवाले किया जाता था, जो उन्हें वध के लिए पश्चिम बंगाल भेज देते थे।

फरार तस्करों की तलाश जारी
फरार तस्करों की पहचान इबरार, मल्लू, हजरत, नाटे, मुखिया और हाफिज के रूप में हुई है। पुलिस की कई टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। मुठभेड़ के दौरान थाना प्रभारी माधव सिंह, एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक राजेश कुमार चौबे, चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह, विनोद कुमार यादव और रविकांत मिश्रा अपनी टीमों के साथ मौजूद रहे।

सीओ सिटी रणधीर मिश्रा ने बताया कि फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं।