संभल। उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगाए जाने के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने कहा था कि हलाल सर्टिफिकेशन से गैर-खाद्य वस्तुओं में करीब 25 हजार करोड़ रुपये कमाए गए और इसका इस्तेमाल आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण में किया गया।
सांसद बर्क ने मुख्यमंत्री से इस दावे के प्रमाण मांगे और कहा कि बिना ठोस सबूत के ऐसा बयान देना भ्रामक है और धार्मिक तथा व्यावसायिक स्वतंत्रता पर हमला है। उन्होंने हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं पर रोक को असंवैधानिक बताया और इसे व्यापारिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करार दिया।
बर्क ने आरोप लगाया कि सरकार दोहरी नीति अपना रही है और चुनौती दी कि यदि हलाल प्रमाणन से समस्या है तो सरकार निर्यात पर भी रोक लगाए। उन्होंने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन केवल मुस्लिम समाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार की मांग का हिस्सा है। ऐसे में रोक लगाने से न केवल आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि राज्य की वैश्विक छवि भी प्रभावित होगी।