पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। बीते दो दिनों की हल्की राहत के बाद शनिवार को मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट दर्ज की गई। सुबह से ही शहर पर स्मॉग की परत छाई रही और दोपहर तक हवा की स्थिति और भी खराब होती चली गई।

शनिवार सुबह 11 बजे मेरठ का AQI 292 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर का प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, विशेष रूप से सांस, हृदय और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए। हवा की गति कम होने और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषक कण जमीन के पास जमा हो रहे हैं, जिससे वायु गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ा है।

उधर, तापमान में लगातार गिरावट जारी है। दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से सर्दी का असर महसूस होने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है।

कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यू.पी. शाही ने बताया कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट संभव है। अनुमान है कि अगले एक सप्ताह तक ठंड सामान्य से अधिक रहेगी।

पश्चिमी यूपी के प्रमुख शहरों का AQI स्थिति (शनिवार 11 बजे तक):

  • मेरठ – 292

  • बुलंदशहर – 293

  • दिल्ली – 343

  • गाजियाबाद – 318

  • ग्रेटर नोएडा – 319

  • हापुड़ – 310

  • जयभीम नगर – 285

  • पल्लवपुरम – 295

  • गंगानगर – 281

  • बेगमपुल – 288

  • दिल्ली रोड – 280

पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए लोगों को सुबह-शाम की ठंडी हवा में टहलने से बचना चाहिए और मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना चाहिए।