रायबरेली। वंदे भारत एक्सप्रेस में बीते बुधवार को छह घंटे के भीतर दो अलग-अलग स्थानों पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ मंडल की टीम ने शनिवार को लखनऊ से प्रयागराज तक ट्रैक का निरीक्षण किया।

पहली घटना गाड़ी संख्या 22549 (गोरखपुर से प्रयागराज) के दौरान लक्ष्मणपुर और ऊंचाहार स्टेशन के बीच किलोमीटर संख्या 74/28 पर हुई। कोच C-14 में बैठे यात्री देवांश राजन पांडेय को पत्थर लगने से मामूली चोटें आईं। इस मामले में प्राथमिकी आरपीएफ पोस्ट ऊंचाहार में दर्ज की गई है और वीडियो-फोटो साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

दूसरी घटना उसी दिन प्रयागराज से गोरखपुर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (22550) के ऊंचाहार स्टेशन के पास हुई। कोच C-4 पर पत्थर फेंके गए, लेकिन किसी यात्री को चोट नहीं आई।

निरीक्षण टीम में वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) विकास कुमार, चीफ वर्कशॉप मैनेजर जयंत चौधरी और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षा बल लखनऊ देवांश शुक्ल शामिल थे। टीम ने इसी दौरान 16 सितंबर को अरखा और परियावां के बीच नरौली माइनर के पास नौचंदी एक्सप्रेस डिरेल की साजिश की भी जांच की। इसके बाद फूलपुर स्टेशन के पास नहर विभाग के निकट पटरी कटान की स्थिति का भी अवलोकन किया गया।

वरिष्ठ मंडल आयुक्त रेल सुरक्षा बल देवांश शुक्ल ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस में पत्थरबाजी रोकने के लिए अब आरपीएफ को शादी वर्दी में पटरियों के किनारे तैनात किया जाएगा।