शनिवार को दिए बयान में मौलाना ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान जाने या उसे बनाने की जो भूल कुछ मुसलमानों ने की थी, वैसी गलती आज का मुस्लिम समाज कभी नहीं करेगा। मौलाना के अनुसार, वर्तमान समय के मुसलमान शिक्षित, जागरूक और समझदार हैं, इसलिए भारत में न तो दूसरा पाकिस्तान बनेगा और न ही दूसरा बांग्लादेश।
उन्होंने आरोप लगाया कि संगीत सोम ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को पाकिस्तान बनने की बात कहकर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने की कोशिश की है। मौलाना ने कहा कि आज़ादी से लेकर अब तक मुसलमान हर दौर में दूसरे समुदायों और सरकार के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी रहेंगे, जबकि भाजपा नेता समाज को बांटने वाली बातें कर रहे हैं।
मौलाना ने आगे कहा कि मुस्लिम आबादी बढ़ने का हवाला देकर केवल वोट बैंक की राजनीति की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि अधिक बच्चे पैदा करने से किसी ने संगीत सोम को रोका था क्या? किसी मुस्लिम संगठन या व्यक्ति ने उनसे ऐसा कहा था? उन्होंने कहा कि संतान होना ईश्वर की सबसे बड़ी नेमतों में से है, और इसका असली दर्द उन दंपतियों से पूछना चाहिए जो संतान सुख के लिए दर-दर भटकते हैं और इलाज पर लाखों रुपये खर्च करते हैं।