राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का राष्ट्रीय अधिवेशन 16 नवंबर को मथुरा में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की औपचारिक घोषणा की जाएगी। यह अधिवेशन रालोद के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि इसमें देशभर से पार्टी के प्रतिनिधि, वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे।

यह जानकारी रालोद के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी ने दी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य संगठन को और सशक्त बनाना, पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा करना तथा राजनीतिक दिशा तय करना है।

सबसे सफल सदस्यता अभियान

त्यागी ने बताया कि पार्टी का सदस्यता अभियान 14 अप्रैल, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर शुरू किया गया था, जो 31 अक्टूबर, लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती तक चला। यह अभियान रालोद के इतिहास में अब तक का सबसे व्यापक और सफल सदस्यता अभियान रहा, जिसके तहत लाखों नए कार्यकर्ता पार्टी से जुड़े।

अधिवेशन में महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा

अधिवेशन में संगठन विस्तार, नीति निर्धारण, तथा किसान और युवा केंद्रित कार्यक्रमों पर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इसके अलावा आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी की जमीनी रणनीति पर भी विमर्श होगा।

जयंत चौधरी से मुलाकात

इसी क्रम में रालोद के राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे ने नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय कौशल विकास मंत्री जयंत चौधरी से मुलाकात की। उन्होंने प्रदेश में गन्ने का समर्थन मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने पर उन्हें बधाई दी। बैठक के दौरान ‘चौधरी चरण सिंह अवार्ड्स 2025’ के आयोजन से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

रालोद का यह अधिवेशन न केवल नेतृत्व की औपचारिक घोषणा का मंच बनेगा, बल्कि संगठनात्मक मजबूती और किसान राजनीति के नए अध्याय की दिशा भी तय करेगा।