बरेली के ग्रामीण इलाकों में चीन में बने कुछ खिलौना ड्रोन को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। कुछ अराजकतत्वों ने इन ड्रोन का इस्तेमाल कर लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश की है। इससे इलाके में यह भ्रांति फैल गई कि चोर इन ड्रोन के जरिए घरों की निगरानी कर वारदात की योजना बना रहे हैं। हालांकि पुलिस जांच में अब तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है।
पुलिस ने बताया अफवाह, जारी की गई एडवाइजरी
पुलिस के मुताबिक जिन स्थानों से ऐसे ड्रोन मिलने की सूचना आई है, वहां से जो उपकरण बरामद हुए हैं वे साधारण बैटरी से चलने वाले खिलौना हेलीकॉप्टर हैं, जिनकी कीमत 800 से 1000 रुपये के बीच है। इनमें कैमरा या किसी तरह का रिकॉर्डिंग सिस्टम नहीं पाया गया है। ऐसे में इन्हें निगरानी या जासूसी के उपकरण कहना भ्रामक है।
पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में स्पष्ट किया गया है कि उड़ते हुए जिन वस्तुओं को ड्रोन समझा गया, वे बच्चों के खिलौने निकले हैं। कुछ मामलों में इन खिलौनों में रंग-बिरंगी लाइटें लगी होने के कारण वे रात में आसमान में चमकते हुए दिखाई दिए, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई।
कोई भी संदिग्ध जानकारी साझा करने से पहले करें पुष्टि
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सीधे पुलिस को दें। अगर किसी स्थान पर कोई ड्रोन या अनजान वस्तु दिखाई दे तो बिना पुष्टि किए उसे लेकर सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से प्रचार न करें।
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा है कि जो लोग जानबूझकर गलत सूचनाएं या अफवाहें फैलाते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आमजन से कहा है कि वे अपने परिवार और पड़ोसियों को भी अफवाहों से सतर्क रहने के लिए प्रेरित करें।