अश्रम: सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद महाराज की पुरानी और फर्जी वीडियो फैलाए जाने के मामले पर महाराज ने स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इन्हें देखकर उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोई कष्ट नहीं हो रहा, लेकिन उनके प्रति आस्था रखने वाले भक्तों को इससे परेशानी हो रही है।
संत प्रेमानंद की अनिश्चितकालीन पदयात्रा स्थगित होने के बाद फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई पुरानी और झूठी वीडियो वायरल हो गईं। इन वीडियो को देखने के बाद भक्त और श्रद्धालु आश्रम तक पहुंच कर सत्यता की जानकारी लेने लगे।
एकांतिक वार्तालाप के दौरान संत नवल नागरी ने महाराज को बताया कि लोग 2020 में उनकी तबियत खराब होने के समय की वीडियो का उपयोग भ्रम फैलाने के लिए कर रहे हैं। संत प्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट किया कि व्यू बढ़ाने के लिए ऐसा करना अपराध के दायरे में आता है और इसका परिणाम व्यक्ति को भुगतना पड़ेगा।
संतों का भी आश्रम पर आना जारी है। हाल ही में गीता मनीषी संत ज्ञानानंद महाराज भी मिलने पहुंचे। संत प्रेमानंद महाराज और उनके अनुयायियों ने उनका स्वागत किया और चरण पूजन कर उन्हें सम्मानित किया।