सरायतरीन और चिमियावली में स्थित मीट कारोबारी हाजी इमरान और हाजी इरफान के घर व फैक्टरी में आयकर विभाग की टीम ने सोमवार की सुबह चार बजे से शुरू होकर लगातार 86 घंटे तक छानबीन की। यह जिले में अब तक की सबसे बड़ी आयकर कार्रवाई मानी जा रही है।

आयकर विभाग की 120 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान में शामिल रहे। अलग-अलग टीमों ने जिले के कई हिस्सों में फैक्टरी, कारोबारी के घर और उनके परिचितों के घरों में तलाशी ली। सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के दौरान फैक्टरी में मौजूद कर्मचारी और मजदूर भी छानबीन पूरी होने के बाद ही घर लौट सके।

फैक्टरी और परिचितों के घर से बरामदगी
छानबीन के दौरान कारोबारियों के एक परिचित के घर से एक बैग बरामद किया गया। इसमें नकदी, दस्तावेज या आभूषण होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इस संबंध में आयकर विभाग ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। इसके अलावा कई बोगस फर्म से जुड़े लोगों के घरों पर भी टीम ने छानबीन की। इन फर्मों के माध्यम से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया जाता था और यह फर्में रिश्तेदार या परिचित संचालित कर रहे थे।

आपूर्ति पर असर
आयकर कार्रवाई के चलते जिले में मीट की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। इंडिया फ्रोजन फूड के माध्यम से होने वाली आपूर्ति रुक गई है। कुछ दुकानों में ही आपूर्ति जारी है, जबकि अधिकांश दुकानें बंद हैं।

भोजन और व्यवस्था
कार्रवाई के दौरान फैक्टरी और अधिकारियों की सुविधा के लिए शहर के एक होटल से हर दिन 150 से 180 लोगों का नाश्ता, दोपहर और शाम का खाना पैक कर भेजा गया। फैक्टरी में ही कर्मचारियों और मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी।

इस कार्रवाई को लेकर जिले में चर्चा का बाजार गर्म है और इसे जिले की अब तक की सबसे व्यापक आयकर जांच माना जा रहा है।