तहसील में पेशाब विवाद पर एसडीएम ने खुद को ठहराया जिम्मेदार, रिंकू सिंह राही ने लगाई उठक-बैठक

शाहजहांपुर के पुवायां में नवनियुक्त उपजिलाधिकारी (एसडीएम) रिंकू सिंह राही ने सोमवार रात कार्यभार ग्रहण किया और मंगलवार को तहसील पहुंचते ही अपने सख्त रुख के कारण चर्चा में आ गए। उन्होंने तहसील परिसर में खुले में पेशाब कर रहे एक वकील के मुंशी को पकड़वाया और सार्वजनिक रूप से उठक-बैठक लगवाई।

जब वकीलों ने आपत्ति जताई और बताया कि शौचालयों की हालत बेहद खराब है, तो एसडीएम ने खुद को जिम्मेदार मानते हुए उनके सामने खुद भी उठक-बैठक की। उनका यह कदम तहसील में चर्चा का विषय बन गया।

तहसील निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रदर्शन कर रहे वकीलों से बातचीत की और कहा कि विरोध करना उनका अधिकार है, लेकिन इसका तरीका ऐसा होना चाहिए कि कार्यालय के कार्य में बाधा न पहुंचे। वकीलों ने जब शौचालयों की बदहाली की ओर ध्यान दिलाया तो एसडीएम ने इसे प्रशासन की चूक माना और सार्वजनिक रूप से अपनी जिम्मेदारी स्वीकारी।

एसडीएम ने तहसील परिसर के सभी कार्यालयों का निरीक्षण कर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की, और शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान परिसर में घूम रही एक बच्ची को देखकर उन्होंने उसके माता-पिता को बुलवाया और समझाया कि स्कूल समय में बच्चों को विद्यालय में होना चाहिए, साथ ही चेतावनी दी कि बच्ची अगली बार स्कूल में ही दिखनी चाहिए।

गांवों में बनेगा सीधा संवाद का सिस्टम
मीडिया से बात करते हुए राही ने बताया कि सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए गांव स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। ग्रामीण अपनी समस्याएं ग्रुप में भेज सकेंगे और समाधान की जानकारी भी वहीं दी जाएगी। उन्होंने युवाओं की एक टीम बनाने की बात भी कही, जो लोगों को योजनाओं के प्रति जागरूक करेगी और सहायता भी प्रदान करेगी।

उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई कर्मचारी रिश्वत मांगता है या दुर्व्यवहार करता है, तो उसकी वीडियो बनाकर उन्हें भेजें, उस पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम राही का यह सक्रिय और जिम्मेदार रवैया प्रशासन में बदलाव की उम्मीद जगा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here