उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक विवाद गहराता जा रहा है, जहां सदर से भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी और बबेरू के उपजिलाधिकारी (SDM) रजत वर्मा आमने-सामने आ गए हैं। मामला तब गरमाया जब दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता राजेंद्र पांडे के घर पर बुलडोजर चला और उसके बाद विधायक ने फोन पर SDM को फटकार लगाई। इस बातचीत का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
विवाद की जड़: बिना नोटिस के ढहाया गया मकान
घटना बबेरू कोतवाली क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां सहकारी समिति की भूमि पर बने मकान को प्रशासन ने हटवा दिया। आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के चार जेसीबी मशीनों की मदद से दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता राजेंद्र पांडे का घर ढहा दिया गया। पीड़ित ने बताया कि इस कार्रवाई की जानकारी विधायक को दी, जिसके बाद मामला राजनीतिक तूल पकड़ गया।
SDM को फोन पर चेतावनी
विधायक प्रकाश द्विवेदी ने पीड़ित का पक्ष लेते हुए SDM रजत वर्मा को फोन कर कार्रवाई पर नाराजगी जताई। बातचीत में विधायक ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, “अगर आप मनमानी करेंगे तो हम आकर व्यवस्था सुधार देंगे। सरकार की मंशा के अनुरूप काम करें।” उन्होंने यह भी कहा कि बिना नोटिस के की गई कार्रवाई पूरी तरह अनुचित है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
पीड़ित का आरोप—राजनीतिक दबाव में हुई कार्रवाई
राजेंद्र पांडे ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल के इशारे पर की गई। उनका कहना है कि मकान गिराने के पीछे जमीन पर कब्जे की मंशा है।
SDM का पक्ष: सहकारी समिति की भूमि पर हुई कार्रवाई
वहीं, SDM रजत वर्मा ने बताया कि सहकारी समिति की ओर से शांति बनाए रखने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की मांग की गई थी, जो उपलब्ध करा दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि विवादित भूमि समिति की है और उन्हीं के स्तर से कार्रवाई की गई है। SDM ने यह भी कहा कि उन्हें विधायक की ओर से अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा है।