बाराबंकी। घुंघटेर थाना क्षेत्र के दादरा गांव में मंगलवार को सड़क किनारे मिले युवक हनुमंतलाल (35) की मौत पहले हादसे के रूप में दिखाई दी, लेकिन पुलिस की जांच में यह हत्या का मामला निकला। 24 घंटे के भीतर पुलिस ने मृतक की पत्नी पूजा गौतम और उसके साथी कमलेश को गिरफ्तार कर लिया।

एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि हनुमंतलाल सोमवार को पत्नी और बेटे के साथ लखनऊ के डालीगंज स्थित ससुराल गया था और शाम को परिवार सहित देवा मेला देखने निकला था। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने सड़क किनारे उसका शव देखा, जबकि बाइक वहीं पड़ी थी और पत्नी पूजा कुछ समय बाद वहां पहुंची। पूजा ने शुरुआती बयान में दावा किया कि रास्ते में बाइक हादसा हुआ, लेकिन शव की चोटों और घटनास्थल की स्थिति ने पुलिस को शक दिलाया।

पुलिस ने मृतक के 8 वर्षीय बेटे से प्यार से पूछताछ की, तो उसने बताया—“मम्मी और एक अंकल ने पापा को मारा।” इसके बाद पत्नी से सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें पूरा सच सामने आया।

जांच में पता चला कि पूजा गौतम का अपने परिवार के भतीजे के साथ अवैध संबंध था, जिसकी जानकारी हनुमंतलाल को हो गई थी। इसके चलते दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे। पूजा ने पति को खत्म करने की योजना बनाई और लखनऊ में ई-रिक्शा चालक कमलेश से 1 लाख रुपये में हनुमंताल की हत्या करवाने का प्रस्ताव रखा।

13 अक्टूबर की रात, देवा मेला लौटते समय पूजा ने कमलेश का ई-रिक्शा बुक किया। ताहीरपुर मोड़ के पास दोनों ने मिलकर हनुमंतलाल के सिर पर लोहे की सरिया से वार कर हत्या कर दी और शव सड़क किनारे फेंक दिया।

घुंघटेर पुलिस, स्वॉट और सर्विलांस टीम की संयुक्त जांच में साजिश का खुलासा हुआ और हत्या में प्रयुक्त ई-रिक्शा व सरिया बरामद कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एएसपी त्रिपाठी ने कहा कि बच्चे की ईमानदारी और पुलिस की संवेदनशीलता से हत्या का रहस्य उजागर किया जा सका। उन्होंने खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।