दादरी (गौतमबुद्ध नगर)। उत्तर प्रदेश के दादरी की शिवानी ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नियुक्ति के महज पांच महीने में ही उन्हें हेड कांस्टेबल के पद पर आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन मिला है। यह BSF के 60 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी कांस्टेबल को इतनी जल्दी पदोन्नति दी गई हो।

शिवानी की यह उपलब्धि उनकी असाधारण खेल प्रतिभा से जुड़ी है। उन्होंने 31 अगस्त से 8 सितंबर, 2025 तक ब्राजील में आयोजित 17वीं विश्व वुशु चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता। इसी उपलब्धि के कारण उन्हें कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में यह पहले कभी नहीं देखा गया।

परिवार और प्रशिक्षण की भूमिका
शिवानी के पिता बढ़ई हैं और मां काॅस्मेटिक की दुकान चलाती हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति सीमित होने के बावजूद उन्होंने शिवानी को खेल में आगे बढ़ने का पूरा सहयोग दिया। शिवानी इस परिवार की पहली सदस्य हैं जिन्होंने BSF में भर्ती होकर यह मुकाम हासिल किया।

BSF महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने गुरुवार को शिवानी को आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाता है या अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करता है, तो उसे शीघ्र पदोन्नति देने का प्रावधान है। इसी नीति के तहत इस साल दो कांस्टेबलों को प्रमोशन दिया गया है।

बीएसएफ में शिवानी की नई भूमिका
शिवानी अब BSF की 155 बटालियन, पंजाब में हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि वह दिन में लगभग चार घंटे – सुबह दो घंटे और शाम को दो घंटे – अभ्यास करती हैं। उनका अगला लक्ष्य विश्व कप है, जहां वह स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगी।

शिवानी ने अपने साथियों को प्रेरित करते हुए कहा कि मेहनत करने वालों को अवसर जरूर मिलता है। उनकी कहानी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है और पूरे देश में उनके नाम की चर्चा हो रही है।