उत्तर प्रदेश के पूर्वी और तराई क्षेत्रों में बीते कई दिनों से लगातार हो रही मानसूनी बारिश अगले तीन-चार दिनों के लिए धीमी पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को पश्चिमी तराई के जिलों सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर में अच्छी बारिश हो सकती है, जबकि बाकी प्रदेश में भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूर्वी और मध्यांचल में अगले कुछ दिन मानसूनी सक्रियता में कमी के संकेत दे रहे हैं। इस दौरान पश्चिमी यूपी में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बृहस्पतिवार को उन्नाव में सर्वाधिक 150 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं बरेली में 140 मिमी और लखनऊ, बाराबंकी व हरदोई में 120 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र अमौसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव क्षेत्र अब दक्षिणी उड़ीसा की ओर बढ़ रहा है, जिसके प्रभाव से प्रदेश के पूर्वी और मध्यांचल हिस्सों में बारिश की सक्रियता में कमी देखने को मिलेगी।
भारी बारिश से शहर में जलभराव और सड़क धंसने की घटनाएं
बुधवार शाम से देर रात तक हुई बारिश के कारण विधान भवन के पास और आसपास की सड़कें पानी से भर गईं। आशियाना, अलीगंज, सरोजनी नगर, डालीगंज सहित कई इलाकों में घुटनों तक पानी जमा होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। विधान भवन के पास जलभराव की सूचना के बाद मंडलायुक्त रोशन जैकब और नगर आयुक्त गौरव कुमार टीम के साथ निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचे।
अलीगंज में करीब 20 फीट सड़क धंसने से 15 फीट गहरा गड्ढा बन गया।幸运 से कोई हादसा नहीं हुआ। नगर निगम की टीम ने मौके पर बैरिकेडिंग कराई।
नगर निगम की कार्रवाई और नागरिकों के लिए निर्देश
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि बारिश के मद्देनजर बुधवार रात ही अभियंत्रण विभाग, जोनल सेनेटरी अधिकारियों, एसएफआई और सभी सुपरवाइजर को जलभराव निस्तारण के लिए सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया। इसके बाद नगर निगम की टीमें रात से ही फील्ड में जुट गईं। मुख्य बाजार, चौराहों, अस्पतालों और आवासीय इलाकों में पानी निकालने के लिए पंपिंग सेट लगाए गए, और नालों व नालियों में जमे कचरे को हटाने का काम तेज किया गया।
नागरिकों से अपील की गई है कि अगर कहीं जलभराव की समस्या हो तो टोल-फ्री नंबर 1533 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराएं। नगर आयुक्त ने आश्वस्त किया कि सभी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाएगा और बारिश के दौरान नगर निगम की टीमें 24 घंटे फील्ड में सक्रिय रहेंगी।