उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में व्यापारियों से अवैध गुंडा टैक्स वसूला जाता था और सपा का लोकतंत्र में भरोसा केवल दिखावा है। उनकी पार्टी और लोकतंत्र को नदी के दो किनारों की तरह बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एक वरिष्ठ सदस्य हैं, लेकिन कुछ लोग उनके कंधे पर बंदूक रखकर उनका उपयोग कर रहे हैं। उन्हें इस तरह का मोहरा बनने से बचना चाहिए। गोरखपुर के विरासत कॉरिडोर परियोजना पर सपा की राजनीति को उन्होंने विकास विरोधी और नकारात्मक बताया।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि विरासत कॉरिडोर गोरखपुर के पुराने बाजार, घंटाघर और गीताप्रेस जैसे ऐतिहासिक स्थलों को जोड़ने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले उन्होंने इस कॉरिडोर का निरीक्षण किया और वहां के व्यापारियों से बात की। इस क्षेत्र में कंजेशन और अवैध कब्जे की समस्या थी, जिसे दूर करने का काम शुरू किया गया है। व्यापारियों को मुआवजा देने का भी भरोसा दिया गया है।
सीएम ने सपा सरकार के दौरान हुए विकास कार्यों की कमी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उस समय स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर थीं और हर साल सैकड़ों बच्चे इन्सेफलाइटिस जैसी बीमारी से मरते थे, लेकिन विपक्षी नेताओं ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास सपा का एजेंडा कभी नहीं रहा।
योगी ने बताया कि गोरखपुर के व्यापारियों ने नेता प्रतिपक्ष के दौरे का विरोध किया क्योंकि सपा शासनकाल में उन्हें गुंडा टैक्स और डर का सामना करना पड़ता था। व्यापारियों ने उनके इस रवैये का विरोध किया, लेकिन सपा से विकास और सुरक्षा की उम्मीद नहीं की जा सकती।
उन्होंने सपा के शासनकाल के दौरान संभल में हुए ‘नग्न तांडव’ का भी जिक्र किया और कहा कि वर्तमान सरकार वहां सफाई अभियान चला रही है। योगी ने कहा कि सपा नकारात्मक राजनीति छोड़ने को तैयार नहीं है और हर जगह विकास को रोकने की कोशिश करती है, चाहे वह संभल हो, बहराइच हो या गोरखपुर।