समाजवादी पार्टी ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए रणनीतिक तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के हस्ताक्षर वाला ‘पीडीए पर्चा’ अब गांवों तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें समाजवादी सरकारों की नीतियों और उपलब्धियों को दर्शाया गया है। इसके जरिए पार्टी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग (पीडीए) के साथ अपनी एकजुटता को और मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि मौजूदा भाजपा शासन में इन वर्गों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं। इसी को लेकर हर बूथ तक पीडीए पर्चा पहुंचाने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। जिला और नगर इकाइयों को निर्देश दिए गए हैं कि वे चौपालों के माध्यम से लोगों को इस अभियान से जोड़ें। कुछ जिलों में यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
शहरों में जलजमाव और गंदगी पर सपा अध्यक्ष का हमला
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बरसात शुरू होते ही शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की बदहाल व्यवस्था खुलकर सामने आ गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार जनता के लिए खतरा बन चुका है। नालों की सफाई नहीं होने से गंदगी का अंबार लग गया है और शहरों में पानी भरने की स्थिति बन गई है।
उन्होंने कहा कि बनारस, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर और झांसी जैसे प्रमुख शहरों में एक जैसी स्थिति बनी हुई है। वर्षों से नगर निगमों में भाजपा का कब्जा होने के बावजूद साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाएं देने में वह नाकाम रही है। उन्होंने दावा किया कि नालों की सफाई के नाम पर बजट का दुरुपयोग हो रहा है।
अखिलेश यादव ने सरकार से अपील की कि वह बारिश के मौसम को गंभीरता से लेते हुए उचित प्रबंध करे ताकि हादसों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक उदासीनता का सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है, और इसका जवाब जनता चुनाव में जरूर देगी।